नवजातों में फोटोथेरेपी: जॉन्डिस के लिए उल्ट्रावायलेट लाइट
नवजात शिशुओं में जॉन्डिस एक आम स्थिति है जो जब उनकी त्वचा या आंखों की सफेदियों में जाता है। जॉन्डिस के कारण होने वाली एक संभावित समस्या है कि उनकी शरीर में बिलीरुबिन का स्तर अधिक हो जाता है। जॉन्डिस को और अधिक परिपक्व करने के लिए फोटोथेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।
फोटोथेरेपी एक सुरक्षित तरीका है जिसमें आंखों के नीचे एक विशेष उल्ट्रावायलेट (UV) लैंप का उपयोग किया जाता है। यह लैंप शिशु की त्वचा को प्रकाशित करता है और इस से बिलीरुबिन को विशेष रूप से बदलने में मदद मिलती है। इस तकनीक का उपयोग सामान
जॉन्डिस के लिए यूवी लाइट और फोटोथेरेपी
जॉन्डिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें रक्त की क्रिया में समस्या होती है जिससे त्वचा और आँखों का पीलापन बढ़ जाता है। यह आमतौर पर नवजात शिशुओं और बच्चों में होता है लेकिन कई बार बड़े वयस्कों में भी यह समस्या हो सकती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए उचित उपचार की जरुरत होती है।
यूवी लाइट और फोटोथेरेपी जॉन्डिस के इलाज में मान्यता प्राप्त उपाय हैं। यूवी लाइट का उपयोग जॉन्डिस के इलाज के लिए आमतौर पर नवजात शिशुओं में किया जाता है जोकि उचित उजाले की सहायता से रक्त की क्रिया को ठीक करने में मदद करता है। फोट
नवजातों के लिए घर पर फोटोथेरेपी कैसे करें
नवजातों के लिए घर पर फोटोथेरेपी करना एक शांति और स्नेहपूर्ण तरीका है उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए। सबसे पहले उनकी चिकित्सक से सलाह लें और उनकी स्थिति के अनुसार कॉमन कंधीशन्स के लिए फोटोथेरेपी सेशन्स नियुक्त करें।
घर पर फोटोथेरेपी करने के लिए एक शांत और ध्यानयोग्य माहौल बनाएं। आप नए जन्मलेते के साथ प्राकृतिक रूप से कुछ फोटोग्राफ्स की गैलरी या कोलाज बना सकते हैं, जो उनकी आपसी ममता और सम्बंधों को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
फोटोथेरेपी का उपयोग शिशु की सुस्ती, ध्यान और चेतना को बढ
जॉन्डिस के लिए फोटोथेरेपी बेड के लाभ
जॉन्डिस एक प्रकार की रोग है जिसमें रक्त में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे रंग की पीलापन त्वचा और आँखों को होती है। इस रोग का इलाज बेड रेस्ट और पूरा आराम लेने का होता है। इसमें फोटोथेरेपी भी एक महत्वपूर्ण उपाय है।
बिलीरुबिन के स्तर को कम करने के लिए खास लैंप्स का उपयोग किया जाता है, जिनसे रक्त को साफ करने में मदद मिलती है। यह फोटोथेरेपी बेड में इस्तेमाल किया जाता है, जिससे रोगी को अपने बिस्तर पर ही इस उपचार का लाभ मिल सके।
फोटोथेरेपी बेड का उपयोग करके जॉन्डिस से पीड़ित व्यक्ति को स्वस्थ बनाने म
हैदराबाद, पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता में फोटोथेरेपी सुविधा
फोटोथेरेपी एक मनस्तामक चिकित्सा पद्धति है जिसमें व्यक्ति की भावनाएं, भावनात्मक स्थितियाँ और मस्तिष्क का सामरिक स्वास्थ्य संदर्भ से संबंधित समस्याएं सुधारने के लिए आत्म-जागृति और स्वास्थ्य बढ़ाने में मदद करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक नैतिक तकनीक है जिसमें छवियों या दृश्यों का उपयोग किया जाता है ताकि व्यक्ति अपने भावनात्मक संभावनाओं को प्रकट कर सके।
हैदराबाद, पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, और कोलकाता जैसे बड़े शहरों में फोटोथेरेपी सुविधाएं उपलब्ध हैं जो लोगों को अपनी मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण म